एसएसपी ने बताया कि 31 दिसंबर की रात कनखल की रविदास बस्ती में रहने वाला 17 वर्षीय यश उर्फ क्रिष घर से नए साल की पार्टी में भाग लेने निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। गैरकानूनी संबंधों के दौरान चचेर भाई ने हत्या कर दी।
प्रेमी के साथ नया साल मनाने से मां को रोका गया। हरिद्वार में अवैध संबंधों के कारण मां के प्रेमी ने नाबालिग बेटे को मार डाला। मारपीट करने के बाद आरोपी भाग गया। हत्यारोपी को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।हरिद्वार पुलिस ने यश उर्फ क्रिष की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि रिश्तेदार युवक की नाबालिग मां से अवैध संबंध थे। उसकी हत्या अवैध संबंध का विरोध करने और सवा करोड़ रुपये की संपत्ति के लालच में हुई थी। घटना का खुलासा बुधवार को एसपी सिटी कार्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोबाल ने किया। एसएसपी ने बताया कि 31 दिसंबर की रात कनखल की रविदास बस्ती निवासी यश उर्फ क्रिष (17) नए साल की पार्टी में भाग लेने घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा।
पहले शराब पिलाई, फिर पत्थरों से सिर कुचला
यश को आरोपी अमित ने राहुल और विशाल के साथ मिस्सरपुर ले गया। जहां चारों लोग शराब पीते थे अमित ने शाम करीब सात बजे उन युवकों को घर भेजा। यश ने ज्वालापुर जाकर कुछ खरीदारी की। यश को बैरागी के पास ले जाकर फिर से पिया। यश ने शराब पीकर पहले रस्सी से गला घोटा, फिर पत्थरों से सिर पर वार कर मार डाला। उसने शव और स्कूटी को बैरागी के पास नीचे नदी की ओर गिरा दिया। जिससे हत्या को दुर्घटना बताया जा सकता है। वह घर लौटकर पूरी रात सोया नहीं। हत्या करते समय उसके जूते और मौजों पर खून के छींटे थे। वह यश के घर फिर गया। अमित ने वहां पूछने पर कहा कि पान की पीक गिरी है। पुलिस ने अमित की टी-शर्ट और मृतक यश का मोबाइल फोन उसके पास से बरामद कर लिया।
यश का बड़ा भाई था आरोपी –
अमित कटारिया,उसे मारते समय उसके हाथ नहीं कांपे। आखिरकार, अवैध संबंधों का विरोध ही यश का अंत हुआ। हत्या से पहले आरोपी ने यश को नए साल के लिए पहले ज्वालापुर से सामान खरीदाया। जूते और कपड़े दिए गए, जो हत्याकांड के खुलासे में सहायक थे। यश के शव पर एक कंपनी के जूते का टैग लगाया गया था। पुलिस जांच में पता चला कि अमित ने 31 दिसंबर को यह जूता यश को दिया था। शव की तलाश करते हुए आरोपी ने सिर पर पत्थरों से वार कर शव को गंगा किनारे से फेंक दिया था।
अगले दिन आरोपी ने गंगा से शव बरामद करते हुए परिवार को सूचना दी। जिससे कोई भी उस पर शक नहीं कर सकता। वह खुद घटना को पुलिस को बताया था।आरोपी ने ही यश का शव बरामद कराया था। महिला के रिश्तेदारों को पहले ही आरोपी अमित पर शक हो गया था। यश की बुआ पहले ही दिन से आरोपी पर संदेश जता रही थी।
यश ने अपनी मां को ऋषिकेश जाने से रोका और कहा कि चाहे जो हो जाए, वह ऋषिकेश नहीं जाएगी। अमित कटारिया ने इसके बाद से अपने रिश्ते के भाई से अधिक घृणा की। पुलिस ने बताया कि महिला और उसका प्रेमी नए साल की छुट्टी ऋषिकेश में मनाना चाहते थे। अमित ने अपने परिवार को निकाला था। अमित ने भी ऋषिकेश में टिकट बुक कर लिया था। लेकिन यश ने अंततः अपनी मां को मना कर दिया। मां ने अमित को इसकी जानकारी दी। नए साल का उत्सव मनाने का कार्यक्रम खराब होने से अमित बहुत नाराज था।
इकलौता वारिस था यश
SSP ने कहा कि महिला ने मिस्सरपुर में एक और घर बनाया। दोनों इसी घर में मिलने लगे, और अमित ने इसे पूरा देखा। आरोपी के पास मिस्सरपुर और कनखल में लगभग सवा करोड़ रुपये की संपत्ति थी। यश अकेला पुत्र था। उसे भी कुछ समय पहले दोनों के अवैध संबंधों का पता चला था। वह इससे असहमत था। इस बारे में माँ ने प्रेमी को बताया। दोनों के बीच लगभग पांच या छह साल का अवैध संबंध था।