कड़ाके की ठंड के साथ ही बिजली का उपयोग भी घरों में बढ़ गया है। जिले के अधिकांश स्थानों में रात के समय न्यूनतम तापमान 17 डिग्री से भी कम पहुंच रहा है। ऐसे में लोग हिटर, ब्लोवर चलाकर ठंड से बच रहे।
कड़ाके की ठंड के साथ ही बिजली का उपयोग भी घरों में बढ़ गया है। जिले के अधिकांश स्थानों में रात के समय न्यूनतम तापमान 17 डिग्री से भी कम पहुंच रहा है। ऐसे में लोग हिटर, ब्लोवर चलाकर रात के समय ठंड से बचाव कर रहे हैं। जिससे बिजली की खपत खपत पूरे जिले में बढ़ गई है।
गर्मियों में जिले में लोग हर माह 13 करोड़ 50 लाख यूनिट बिजली जला रहे थे। अब ठंड शुरू होती ही बिजली की खपत बढ़ गई है। इन दिनों प्रतिमाह औसत 16 करोड़ 22 लाख यूनिट बिजली का लोग उपयोग कर रहे हैं। पूरे जिले में 1 लाख 20 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता इस तरह अब सर्दियों में हर माह 80 लाख रुपया बिल में खर्च कर रहे हैं।
गर्मियों में हर माह यहां के लोग बिजली के बिल में औसत 56 लाख 33 हजार ही धनराशि ही खर्च करते हैं। बिजली की मांग बढ़ने के बाद यूपीसीएल का कार्य बोझ भी बढ़ गया है। लगातार लाइन में लोड बढ़ने से फाल्ट की घटनाएं भी कई बार सामने आ रही है।
पिथौरागढ़। बिजली की खपत बढ़ जाने के बाद यहां यूपीसीएल कर्मियों का कार्य बोझ बढ़ गया है वहीं कई जगह बिजली के तारों को छू रहे पेड़ों व कई जगह झूल रही लाइन भी मुसीबत बन रही है। गंगोलीहाट, धारचूला, मुनस्यारी में कई जगह लाइन पेड़ों को छू रही है। इससे भी हादसे का खतरा बना रहता है।