पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच में एक संदेह है कि कांग्रेस जिला सम्मेलनों के माध्यम से यशपाल आर्य को इस संसदीय क्षेत्र में प्रमुख बनाने की तैयारी कर रही है। अब तक, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर किसी भी कांग्रेसी ने स्पष्ट रूप से दावेदारी पेश नहीं की है, और राज्यसभा के पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है।
इस परिस्थिति में, चर्चा का विषय है कि कांग्रेस से इस सीट पर कौन उतरेगा, और इसके लिए संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस जिला सम्मेलनों में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की उपस्तिथि से राजनीतिक वातावरण बढ़ रहा है, और यह संकेत है कि पार्टी इस संसदीय क्षेत्र में उन्हें चयन कर सकती है।
यशपाल आर्य ने पहली बार 1989 में खटीमा विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनने का साहस दिखाया था और उसके बाद उन्होंने विभिन्न चरणों में विधायक पद पर सेवा की। उन्होंने 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होते हुए बाजपुर सीट से जीत हासिल की थी, और 2022 में फिर से कांग्रेस में वापसी की। वर्तमान में, वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। इस सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी की उच्च कमेटी को होगा।
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