उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। अंकिता की मां सोनी देवी ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले में सामने आए कुछ वरिष्ठ नागरिकों पर कार्रवाई नहीं की है।
उत्तराखंड का मशहूर अंकिता भंडारी हत्याकांड रविवार को फिर से चर्चा में आया। अंकिता की मां सोनी देवी ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी सरकार ने कुछ वीआईपी को मामले में गिरफ्तार नहीं किया है। वहीं, भाजपा सरकार पर विपक्षी कांग्रेस ने कड़ा हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अंकिता की मां का वीडियो साझा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री (धामी) हमारी बेटी अंकिता भंडारी की मां के आंसुओं का जवाब कब देंगे?सोनी देवी ने एक वीडियो में अपनी बेटी अंकिता के लिए न्याय की मांग करते हुए कहा कि यमकेश्वर की भाजपा विधायक रेनू बिष्ट और यमकेश्वर के पूर्व उपजिलाधिकारी का नाम सामने आया है, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। सोनी देवी ने बताया कि मैंने सुना है कि मामले में एक ‘वीआईपी’ का नाम अजय कुमार है। उसके खिलाफ भी कुछ नहीं हुआ है।
सोनी देवी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने उनकी सहायता कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष नेगी के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया है। यही नहीं, उनकी पत्नी को पिथौरागढ़ स्थानांतरित कर दिया गया है। सोनी देवी ने कहा कि वह मर जाएगी यदि नेगी के खिलाफ मुकदमा वापस नहीं लिया गया और उनकी पत्नी का तबादला रद्द नहीं किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अंकिता की मां के आरोपों के कारण पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के सेवारत न्यायाधीश की देखरेख में होनी चाहिए। साथ ही, अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने पौड़ी के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इसी तरह के आरोप लगाए हैं। भाजपा और RSS के एक प्रमुख सदस्य अजय कुमार का नाम पत्र और वीडियो में सामने आया है। यदि इन आरोपों में कुछ भी सच्चाई है तो आरोपी पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सोनी देवी ने कहा कि उनकी सहायता कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष नेगी के खिलाफ राज्य सरकार ने झूठा मुकदमा दर्ज किया है। यही नहीं, उनकी पत्नी को पिथौरागढ़ भेजा गया है। सोनी देवी ने कहा कि वह मर जाएगी यदि नेगी के खिलाफ मुकदमा वापस नहीं लिया गया और उनकी पत्नी का तबादला नहीं रद्द किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि अंकिता की मां के आरोपों के कारण पूरे मामले की जांच एक हाईकोर्ट के सेवारत न्यायाधीश द्वारा की जाएगी। साथ ही अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने पौड़ी जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इसी तरह के आरोप लगाए हैं। पत्र और वीडियो में RSS और भाजपा के एक प्रमुख सदस्य अजय कुमार का नाम सामने आया है। आरोपी पर कार्रवाई होनी चाहिए अगर ये आरोप सही हैं।