खनन और वाहनों की फिटनेस जांच को निजी हाथों में देने के खिलाफ खनन कारोबारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कारोबारी रोज़ इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। सोमवार को संयुक्त गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के नेतृत्व में सभी 11 गेटों के अध्यक्षों ने अर्धनग्न होकर बुद्ध पार्क से एसडीएम कोर्ट तक रैली निकाली। इसके बाद एसडीएम कोर्ट के प्रांगण में प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
खनन कारोबारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि गौला और वाहनों की फिटनेस को निजी हाथों से वापस नहीं लिया जाएगा, वरना विरोध जारी रहेगा। कारोबारियों ने गौला के डंपरों में जीपीएस की अनिवार्यता को भी खत्म करने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में रमेश चंद्र जोशी, पम्मी सैफी, राजेंद्र सिंह बिष्ट, धर्मेंद्र सिंह मेहरा, विजय बिष्ट, रमेश कांडपाल, इंद्र बिष्ट, अरशद अयूब, दिगंबर रावत, राजेंद्र सतवाल, नफीस चौधरी, नरेंद्र राणा, कविंद्र कोरंगा, सुरेश जोशी, जीवन बोरा, कैलाश भट्ट, भगवान धामी, पंकज दानू, मनोज दानू, मनोज बिष्ट, मोहन तिवारी, राजेश बिष्ट, नितिन ढेला आदि शामिल रहे।